शिमला की लिफ्ट पार्किंग द्वारा 57 मिनट पार्किंग फीस वसूलने पर एमसी ने लिया संज्ञान, पार्किंग संचालक को नोटिस
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राजधानी शिमला में पार्किंग के नाम पर हो रही लूट पर एमसी शिमला ने कड़ा संज्ञान लिया है। एमसी आयुक्त ने पार्किंग संचालक को पार्किंग के नाम पर ली गई ज्यादा रकम को लौटाने के आदेश दिए हैं। एमसी की ओर से जारी पत्र में पीपीपी मोड़ पर चलाई जा रही पार्किंग में ज्यादा वसूली गई रकम को वापिस करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि रविवार को लिफ्ट की पार्किंग में एक टूरिस्ट वाहन से 57 मिनट पार्किंग में गाड़ी खड़े करने के 200 रुपए वसूल किए जिस पर एमसी ने पार्किंग संचालक को नोटिस जारी कर पैसे वापिस करने के आदेश दिए हैं। एमसी द्वारा जारी किए गए पत्र में लिखा है कि कार्यालय के पत्र संख्या एमसीएस/कॉम/पार्किंग/2017-1408-11 दिनांक 24.07.2017 द्वारा सूचित किया गया है, 2 घंटे के पार्किंग अंतराल के लिए वाहन के लिए जीएसटी सहित अधिकतम पार्किंग शुल्क केवल रु. 35/- जबकि वाहन से रु. 200/- मात्र 57 मिनट के लिए।

पार्किंग संचालक पी के सूद को भेजे नोटिस में कहा गया है कि 35 रुपए की जगह दो सौ रुपए वसूलने से  नगर निगम शिमला की छवि तो खराब हुई है साथ ही सैलानियों  में भी एक खराब संदेश गया हैं। नोटिस में कहा गया है कि अगर इन अवैध कारनामों को तुरंत नहीं रोका गया तो कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

इससे न केवल नगर निगम शिमला की छवि धूमिल हुई है बल्कि राजधानी में बड़े उत्साह और जोश के साथ आने वाले पर्यटकों में भी गलत संदेश गया है। हमारी राज्य की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर अत्यधिक निर्भर है और इस तरह की प्रथाएं राज्य के हितों पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। उपरोक्त के मद्देनजर आपको इस नोटिस के माध्यम से संबंधित व्यक्ति को अतिरिक्त राशि तुरंत वापस करने का निर्देश दिया जाता है और यह भी बताया जाता है कि आपके प्रबंधक द्वारा ऐसा अवैध कार्य क्यों किया गया। आपको यह भी निर्देशित किया जाता है कि संलग्न दर सूची को शीर्ष तल के मुख्य प्रवेश द्वार पर विशिष्ट स्थान पर प्रदर्शित करें। साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि अगर इस तरह के अवैध कार्यों पर तत्काल रोक नहीं लगाई गई तो आपके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।