जेपी सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (JUIT), वाकनाघाट की स्थापना2002 के अधिनियम संख्या 14 द्वारा हिमाचल प्रदेश सरकार की 23 मई, 2002 की असाधारण राजपत्र अधिसूचना द्वारा की गई थी। JUIT वाकनाघाट, सोलन ने ICAR के साथ समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षरकिए हैं – 11 मई, 2023 को नेशनल ब्यूरो ऑफ प्लांट जेनेटिक रिसोर्सेज, नईदिल्ली। इस समझौता ज्ञापन पर प्रो. राजेंद्र कुमार शर्मा; JUIT के कुलपतिऔर ICAR-NBPGR के निदेशक डॉ. ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह। जेयूआईटी केजैव प्रौद्योगिकी और जैव सूचना विज्ञान विभाग के प्रमुख प्रो. सुधीर कुमारऔर जेयूआईटी के बीटी/बीआई विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. शिखामित्तल ने इस एमओयू को देखा। आईसीएआर–एनबीपीजीआर फसल सुधारमें उपयोग के लिए पादप परिचय और जर्मप्लाज्म वृद्धि की गतिविधियों कासंचालन करता है और इसके पास आधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों सेसुसज्जित प्रयोगशालाएँ हैं। इस सहयोग का उद्देश्य संयुक्त अनुसंधानगतिविधियों और प्रकाशनों के संदर्भ में शिक्षा और अकादमिक अनुसंधान मेंदो संस्थानों के बीच सहयोगी प्रयासों का विस्तार करना है। जेयूआईटीजेआरएफ/एसआरएफ/आरए और आईसीएआर–एनबीपीजीआर, नई दिल्लीमें कार्यरत अन्य उम्मीदवारों को जैव प्रौद्योगिकी और जैव सूचना विज्ञान मेंपीएचडी की पेशकश भी कर रहा है।