हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उदारता का एक दुर्लभ उदाहरण पेश करते हुए राज्य के आपदा प्रभावित लोगों की मदद के लिए अपनी पूरी बचत लगभग 51 लाख रुपये आपदा राहत कोष में दान कर दी। मुख्यमंत्री और उनकी धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर ने आज शिमला में मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना को उनके सरकारी आवास ‘ओक ओवर’ में 51 लाख रुपये का चेक प्रदान किया। राज्य के लोगों के प्रति उनकी दयालुता और सहानुभूति की भावना की समाज के सभी वर्गों द्वारा सराहना की जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘मैं हाल के मानसून के प्रकोप के दौरान लोगों के दर्द और उनकी दुर्दशा को अच्छी तरह से समझ सकता था, जिसमें 260 से अधिक कीमती जानें चली गईं और कई बेघर हो गए, इसके अलावा भारी नुकसान हुआ। समाज के हर वर्ग ने स्वेच्छा से राहत कोष में योगदान दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां तक कि बच्चों ने भी संकट में फंसे लोगों की मदद करने के लिए अपनी गुल्लक तोड़ दी, बुजुर्गों ने अपनी पेंशन से किनारा कर लिया और राज्य सरकार के कर्मचारियों ने आपदा राहत कोष में योगदान देने के लिए अपने वेतन से उदारतापूर्वक योगदान दिया।
श्री सुक्खू ने भी अपना एक वर्ष का वेतन दिया और कोविड काल में भी अपनी मेहनत की कमाई और सावधि जमा से राज्य राहत कोष में 11 लाख का योगदान दिया और समय-समय पर दान पुण्य करते रहते हैं।