जेपी सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जेयूआईटी), वाकनाघाट ने आईआईटी मद्रास के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर आधिकारिक रूप से हस्ताक्षर किए हैं, जो शैक्षणिक सहयोग में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस समझौता ज्ञापन पर जेयूआईटी के कुलपति प्रो. आर.के. शर्मा और आईआईटी मद्रास के आउटरीच एवं डिजिटल शिक्षा केंद्र के अध्यक्ष प्रो. एंड्रयू थंगराज ने हस्ताक्षर किए। जेयूआईटी के सीईओ, श्री मनु भास्कर गौड़ ने इस सहयोग का स्वागत किया और संयुक्त गतिविधियों के दायरे को अधिकतम करने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता पर बल दिया। श्री गौड़ ने बताया कि यह सहयोग हमारे छात्रों को विश्व स्तरीय शैक्षणिक अनुभव और उद्योग-प्रासंगिक कौशल प्रदान करने के जेयूआईटी के दृष्टिकोण का प्रमाण है। आईआईटी मद्रास जैसे प्रमुख संस्थान के साथ साझेदारी से सीखने, अनुसंधान और नवाचार में परिवर्तनकारी अवसर खुलेंगे, जिससे अकादमिक उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में जेयूआईटी की स्थिति और मजबूत होगी। जेयूआईटी में अनुसंधान एवं अंतर्राष्ट्रीयकरण के डीन प्रो. सुधीर कुमार ने बताया कि इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से, आईआईटी मद्रास जेयूआईटी के छात्रों के कौशल और रोजगार क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। एक नए मान्यता प्राप्त सहयोगी संस्थान के रूप में, जेयूआईटी के छात्रों, शिक्षकों और शिक्षार्थियों को आईआईटी मद्रास की विभिन्न पहलों तक पहुँच प्राप्त होगी, जिनमें सर्टिफिकेट और डिप्लोमा पाठ्यक्रम, कार्यशालाएँ, परियोजनाएँ और संकाय विकास कार्यक्रम (एफडीपी) शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, जेयूआईटी में आईआईटीएम कोड (आउटरीच और डिजिटल शिक्षा केंद्र) अध्याय की शुरुआत होगी, जो आईआईटी मद्रास के आउटरीच प्रयासों और डिजिटल शिक्षा पहलों के साथ घनिष्ठ सहयोग को बढ़ावा देगा।