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हिमाचल में अडानी ने दो सीमेंट प्लांट अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिए है। इससे पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया है। आनन-फानन में राज्य के मुख्य सचिव आरडी धीमान ने DC सोलन और DC बिलासपुर को जल्द विवाद का हल निकालने के निर्देश दिए है। मगर, अभी विवाद सुलझता नजर नहीं आ रहा है। अदाणी सीमेंट कंपनी ने प्लांट बंद करने के लिए कंपनी एक्ट के तहत हिमाचल प्रदेश सरकार को नोटिस नहीं दिया। मुख्य सचिव आरडी धीमान ने बताया कि डीसी बिलासपुर और डीसी सोलन यूनियन और कंपनी अधिकारियों से बात कर रहे हैं। सरकार का काम सिर्फ दोनों के बीच मध्यस्थता करना है। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। मुख्य सचिव आरडी धीमान ने दोनों डीसी से रिपोर्ट मांगी है।

बता दें कि दोनों प्लांट बीती शाम 5 बजे से बंद है। कंपनी ने कर्मचारियों और कामगारों को आगामी आदेशों तक दफ्तर नहीं आने के निर्देश दे रखे हैं। इससे दोनों जिलों में 20 हजार से अधिक परिवारों की रोजी-रोटी पर संकट गहरा गया है।

इसी मामले पर गुरुवार को बिलासपुर के बंगाणा में ACC प्रबंधन और प्रशासन के बीच हुई बैठक बेनतीजा रही। इसमें ACC प्रबंधन भी कुछ कहने को तैयार नहीं है। इतना जरूर कहा कि प्रबंधन से आए निर्देशों के अनुसार अगले आदेश तक काम बंद किया गया है।

प्लांट बंद करने के बाद कंपनी ऑफिस में माहौल तनावपूर्ण बन गया है। बरमाणा और दाड़लाघाट दोनों प्लांट पर अतिरिक्त पुलिस बस तैनात कर दिया गया है। प्रशासन कंपनी प्रबंधन से बातचीत कर रहा है।

20000 परिवारों की रोज़ी रोटी पर आएगा संकट

बताया जा रहा है कि दोनों फैक्ट्री में करीब 3200 कर्मचारी और कामगार है। इसी तरह इन दोनों पर 15 हजार से ज्यादा ट्रांसपोर्टर और सैंकड़ों परिवारों की रोजी दुकानों पर निर्भर है। फैक्ट्री बंद होने से सभी पर संकट आ जाएगा। क्षेत्र में फैक्ट्री लगने के बाद से हर घर में कई-कई ट्रक लोगों ने बैंकों से लोन ले कर खरीद रखे है, जो फैक्ट्री से सीमेंट की ढुलाई करके अपनी आजीविका चलाते हैं और अपने ट्रकों की लोन की किश्तें भी देतें हैं। अगर ये मामला जल्दी नहीं सुलझता है तो करीब करीब 20000 परिवारों की रोज़ी रोटी पर संकट आ जायेगा।