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चुनावी माहौल में अक्सर मतदाताओं को लुभाने और अपने पक्ष में करने के लिए प्रत्याशियों द्वारा शराब का सहारा लिया जाता है। प्रत्याशियों के इसी सहारे को तोड़ने के लिए हिमाचल प्रदेश आबकारी एवं कराधान विभाग की टीम द्वारा ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है। हिमाचल प्रदेश में 14 अक्टूबर 2022 को आदर्श आचार संहिता लागू होने से लेकर अभी तक करीब 6 लाख लिटर अवैध शराब पकड़ी जा चुकी है। इस शराब की कीमत करीब 9 करोड़ से भी अधिक आंकी गई है। प्रदेश के मैदानी जिला ऊना में ही आबकारी एवं कराधान विभाग की टीम द्वारा करीब 1.60 करोड़ की शराब कब्जे में ली गई है।

शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर आबकारी एवं कराधान विभाग के आयुक्त आईएएस अधिकारी यूनुस ने पत्रकार वार्ता के दौरान विभाग की पूरी कार्रवाई का खुलासा किया। वीरवार से जिला भर में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रहे अधिकारी और उनकी पूरी टीम अवैध शराब पर लगाम कस रही है। इसके साथ ही आबकारी आयुक्त ने बताया कि मतदान से 2 दिन पूर्व और मतगणना के दिन प्रदेश भर में ड्राई डे रहने वाला है।

हिमाचल प्रदेश आबकारी एवं कराधान विभाग के आयुक्त यूनुस ने बताया कि विभागीय छापेमारी के दौरान जो अवैध शराब पकड़ी गई है उसमें से कुछ बोतलों पर लगे होलोग्राम कई साल पहले आबकारी एवं कराधान विभाग द्वारा इस्तेमाल किए जाते थे। लेकिन आजकल यह होलोग्राम इस्तेमाल में नहीं है। केवल मात्र शराब की अवैध सप्लाई को बेरोकटोक जारी रखने के लिए शराब की बोतल पर होलोग्राम का इस्तेमाल किया गया। जब सघनता से उस होलोग्राम की जांच की गई तो यह पूरा जखीरा अवैध पाया गया है। उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान विभाग को कई मामलों की लीड हासिल हुई है। लिहाजा उसी के आधार पर आने वाले दिनों में भी छापेमारी जारी रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि पकड़ी गई शराब चंडीगढ़ और हरियाणा राज्यों से भी संबंधित है और होलोग्राम के गैरकानूनी इस्तेमाल को लेकर पुलिस के पास भी मामला दर्ज करवाया जा रहा है।