हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध शक्तिपीठ चिंतपूर्णी में शनिवार को प्रशाशन द्वारा श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम बनाने के लिए 8 सीटर इलेक्ट्रिक वाहन (गोल्फ कार्ट) का ट्रायल किया गया जो कि सफल रहा है। ऐसे में जल्द यहां श्रद्धालुओं को इलेक्ट्रिक वाहन की सुविधा मिल सकती है। वहीं, ट्रायल से पहले ही स्थानीय टैक्सी आपरेटरों ने इसका विरोध किया है। सूबे में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। इसी कड़ी में चिंतपूर्णी में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए इलेक्ट्रिक वाहन शटल सर्विस के तौर पर चलाने की योजना है। चंद दिनों पहले ही उप मुख्यंमंत्री द्वारा ये घोषणा भी की गयी थी कि चिंतपूर्णी मंदिर का जीर्णोद्धार भी नए सिरे से जल्द किया जायेगा।
पूर्व में चार सीटर ई-रिक्शा का ट्रायल किया जा चुका है। जबकि शनिवार को आठ सीटर इलेक्ट्रिक वाहन (गोल्फ कार्ट) का ट्रायल किया गया है। ट्रायल में वाहन का संचालन सही पाया गया है। बाबा माई दास सदन से इलेक्ट्रिक वाहन चालक समेत आठ लोगों को लेकर आसानी से मंदिर लिफ्ट तक पहुंचा। इस वाहन में बैठकर खुद एसडीएम अंब डॉ. मदन कुमार ने जायजा लिया। उन्होंने संचालक से वाहन संबंधी पूरी जानकारी हासिल की। ट्रायल के बाद एसडीएम अंब डॉ. मदन कुमार ने वाहन संचालकों को इस वाहन में कुछ चीजें और लगाने को कहा ताकि यात्रियों की सुरक्षा भी बनी रहे। वाहन में हैंडल समेत अन्य चीजें लगाने के लिए कहा गया है। ताकि यात्री बिना किसी असुविधा से इस वाहन में सफर तय कर सके।