हिमाचल रणजी टीम के तेज गेंदबाज सिद्धार्थ भारद्वाज का 28 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है। ऊना जिले के बसदेहड़ा के निवासी 28 वर्षीय सिद्धार्थ भारद्वाज ने गुजरात के वडोदरा में उपचार के दौरान वीरवार रात को अंतिम सांस ली। युवा क्रिकेटर सिद्धार्थ के निधन से खेल जगत में शोक की लहर है। सिद्धार्थ भारद्वाज रणजी ट्रॉफी मैच खेलने के लिए हिमाचल की तरफ से गुजरात के वडोदरा गए थे, लेकिन बीमार होने के चलते वहां मैच नहीं खेल पाए। टीम प्रबंधन ने उन्हें फौरन वडोदरा के ही एक अस्पताल में भर्ती करवा दिया जहां दो हफ़्तों से उनका इलाज चल रहा था उपचार के दौरान उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती चली गई। बिगड़ती सेहत को देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें वेंटिलेटर पर रखने का फैसला किया। सिद्धार्थ को करीब दो हफ़्तों से वेंटिलेटर पर रखा हुआ था लेकिन उनकी जान बचाई नहीं जा सकी और वीरवार रात करीब 9 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
सिद्धार्थ भारद्वाज के निधन पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, आईपीएल के चेयरमैन अरुण धूमल, प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, विधायक सतपाल सिंह सत्ती, पूर्व विधायक सतपाल सिंह रायजादा, एचपीसीए के पूर्व सचिव सुमित शर्मा, हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सदस्यों में सुरेंद्र शर्मा, पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी राजकुमार राजू, नरेंद्र कपिला, कोच योगेंद्र पुरी, अशोक ठाकुर राहुल शर्मा, डॉ. अक्षय समेत अन्य ने शोक व्यक्त किया है।