जेपी सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जेयूआईटी), वाकनाघाट का सुंदर परिसर, आज हाल के विकास पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन की मेजबानी की । स्वास्थ्य और पर्यावरण की ओर रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान और सामग्री विज्ञान के इंटरफेस (आईसीबीएमएचई-2024)। जैव प्रौद्योगिकी एवं जैव सूचना विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित सम्मेलन प्रतिष्ठित एसईआरबी योजना के तहत एएनआरएफ द्वारा प्रायोजित है। अगले तीन में अगले दिन, इस कार्यक्रम में प्रमुख अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ता, शिक्षाविद और उद्योग शामिल होंगे विशेषज्ञ, जो अत्याधुनिक अनुसंधान प्रस्तुत करेंगे और चौराहे पर विज्ञान और स्वास्थ्य के नए समाधान तलाशेंगे ।
सम्मेलन के उद्घाटन दिवस का मुख्य आकर्षण देश के प्रख्यात व्यक्तित्व और पर्यावरणविद् पद्म भूषण श्री अनिल प्रकाश जोशी जी की उपस्थिति थी। श्री जोशी जी ने एक शानदार भाषण दिया जहां उन्होंने युवाओं के साथ-साथ जेयूआईटी के संकाय सदस्यों को भी प्रेरित किया। श्री जोशी जी ने सभी प्रतिनिधियों को प्रकृति के संरक्षण के बारे में आंखें खोल देने वाला संदेश दिया।
जेयूआईटी के लेक्चर थिएटर में आयोजित उद्घाटन समारोह सुबह 10:00 बजे शुरू हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि डॉ. अनिल प्रकाश जोशी, प्रोफेसर राजेंद्र कुमार शर्मा (कुलपति, जेयूआईटी), प्रोफेसर अशोक कुमार गुप्ता (डीन) सहित विशिष्ट अतिथियों का परिचय दिया गया। अकादमिक और अनुसंधान), ब्रिगेडियर आर के शर्मा, रजिस्ट्रार और छात्रों के डीन, प्रोफेसर सुधीर कुमार (विभाग प्रमुख, जैव प्रौद्योगिकी और जैव सूचना विज्ञान), डॉ. पूनम शर्मा, संयोजक और अन्य संयोजक, संकाय सदस्य और प्रतिनिधि।
कुलपति ने इसके महत्वपूर्ण महत्व पर प्रकाश डालते हुए वैश्विक स्वास्थ्य और पर्यावरणीय चुनौतियों के समाधान में अंतःविषय अनुसंधान पर एक प्रेरक भाषण दिया|
डॉ प्रकाश ने शिक्षा जगत और उद्योग जगत के बीच सहयोग की आवश्यकता पर बल देते हुए जोर दिया
जैव प्रौद्योगिकी, रसायन विज्ञान और सामग्री विज्ञान में सफलताओं की संभावना है, स्वास्थ्य देखभाल और पर्यावरण संरक्षण में क्रांति लाएँ।